तेरे चेहरे पर जब झुर्रियां होंगी और… तब जब…तुम……..आइने के सामने होगी क्या तभी भी तुम इतना ही इतराओगी...? जितना आज.... हां तब तो तुम्हारे मेकअप के सामान भी कम होंगे और तुम्हारे चाहने वाले भी तब कोई जब तुमसे तुम्हारी उम्र पूछेगा तो…….किताना झूठ बोल पाओगी क्या...उन दिनों तुमसे कोई तुम्हारी सुंदरता का राज भी नहीं………..जानेगा जिसकी अक्सर तुम्हारे फिक्रमंद कसमें खाया करते थे क्या……..तुम हार जाओगी उन उसूलों से... जिसकी कभी तुम्हें परवाह नहीं रही या फिर दीवार के सहारे चांदी के फोटो फ्रेम में लगी अपनी किसी तस्वीर को गौर से देखकर बड़े नजाकत से…अपने जुल्फों को संवारकर थोड़ा मुस्कुराओगी ........और........एक बार फिर वैसे ही इतराओगी ….जैसे पहले कभी.