वो कहते हैं कि मुझको भूल जाएंगे... मगर अपनी हिचकियों को कैसे रोक पाएंगे। बेहतर होगा कि वो मुझसे ये डील कर लें ना वो मुझको याद आयेंगे और ना मुझको भूल पाएंगे।
प्रेम परखना है, तो खुद से ही परख सकते हैं वो सिर्फ ऐसे कि सामने वाला आपकी उन आदतों के साथ क्या करता है ? जो आदतें उसे पसंद नहीं, क्या वो इसे इग्नोर या स्वीकार करता है ? अगर इसका जवाब 'हां' है, तो वो आपका सच्चा प्रेमी है, और नहीं, तो... बस समझ जाइए?