December 27, 2020 काश तब मैंने ज़िन्दगी के पन्नों पर पेंसिल से लिखा होता तो पन्नों को फाड़ने की ज़रूरत क्यों होती। उसे मिटा कर फिर से लिखता Read more
उम्मीद/नाउम्मीद December 27, 2020 बिना किसी उम्मीद के... मैंने उनको कभी नाउम्मीद नहीं किया। Read more
खुद तो तुम आई नहीं... December 20, 2020 खुद तो तुम आई नहीं मुझे आने ना दिया मुझ तक ना पहुंची तुम तुम तक ना मैं। Read more
तुमने दिल तोड़ा ये और बात है... December 18, 2020 तुमने दिल तोड़ा ये और बात है... पर तुमने समझा गलत बस ये बात अच्छी नहीं लगी Read more
ये क्यों सम्भव नहीं है? December 12, 2020 ये क्यों संभव नहीं है? इस सवाल के जवाब मैं अगर उत्तर ये आता है कि आपका हौसला कमजोर है इस लिए संभव नहीं है, तो यकीन जानिए ये संभव है। Read more
जो कुछ पाने, मैं शहर आया... December 06, 2020 जो कुछ पाने, मैं शहर आया वो सब कुछ, मैं घर छोड़ आया Read more
मैं तुमसे प्यार करता हूं... December 05, 2020 मैं तुमसे प्यार करता हूं, ये कह देता हूं अब तुम जानो तुम्हारा काम जाने आगे क्या होगा, मुझे नहीं पता ये तेरा दिल जाने, या राम जाने Read more
हो बहाना कोई तो आना December 02, 2020 हो बहाना कोई तो आना घर तेरे आसान लगता है। यूं तो हम गलियों से तेरे सौ बार गुजरें हैं। Read more